रायपुर. रेल पटरी पर 130 किमी की रतार से ट्रेनें चलाने में सबसे बड़ी बाधा मवेशियों को लेकर है. पटरी के दोनों तरफ फेंसिंग कराने का काम पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में मवेशियों के सीधे रेल पटरी पर आने का खतरा बढ़ गया है. इसे देखते हुए रेलवे प्रशासन ट्रैक के आसपास के निवासियों को समझाइश देने में लगा है.
रेलवे का दावा था कि नागपुर से झारसुगुड़ा तक ट्रेनों की आवाजाही 130 किमी प्रति घंटे की रतार से होगी. ट्रेन समय पर चलने से यात्रियों को सुविधा होगी.
इसके लिए रेलवे के हर सेक्शन का ऑटोमैटिक सिग्नल कराने का काम पूरा हो गया. फिर भी ट्रेनों अभी भी 60 से 70 किमी की स्पीड से ही चल रही हैं. रेल अफसरों का मानना है कि दूसरे मौसम के अपेक्षा बारिश के दिनों मवेशी ज्यादा छुट्टा घूमते हैं. हरी-भरी घास के लालच में मवेशी रेलवे ट्रैक के आसपास पहुंच जाते हैं. इससे मवेशियों के साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा है, जिसे रोकने के लिए रेलवे जनजागरुकता चलाकर लोगों को समझाइश दे रहा है.