रायगढ़. घरघोड़ा के बजरमुड़ा में कोल ब्लाक के प्रभावित क्षेत्र में तत्कालीन अधिकारियों द्वारा मनमाने तौर पर मुआवजे की गणना की गई है. इस मामले में शिकायत पर राज्य स्तरीय टीम ने महिनों पूर्व जांच पूरी कर ली है, टीम द्वारा जांच रिपोर्ट राजस्व सचिव को सौंपे भी काफी दिन हो गया, लेकिन अब तक इस मामले में संलिप्त अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
वर्ष 2022 में सीएसपीडीसीएल को गारे-पेलमा सेक्टर-3 कोल ब्लाक आवंटित हुआ. जिसके बाद से मुआवजा की गणना के नाम पर खेल शुरू हो गया है. 2023 में जिला प्रशासन व राज्य शासन को शिकायत पर कोई कार्रवाई न होने पर पीएमओ को शिकायत किया गया था जिसके बाद इस मामले में विधानसभा चुनाव के पूर्व ही राज्य स्तरीय टीम गठित कर जांच कराई गई. जांच को पूरा हुए महिनों बीत गया है. जांच टीम को रिपोर्ट तैयार करने में भी काफी समय लगा, लेकिन इस मामले में टीम ने लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद ही रिपोर्ट राजस्व विभाग के सचिव को सौंप दिया है. सूत्रो ंसे मिली जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में राजस्व विभाग के अलावा मूल्यांकन टीम में शामिल कई अधिकारियों के नाम सामने आए हैं और करीब 100 करोड़ रुपए के गड़बड़ी की बात कही जा रही है. हांलाकि अब तक रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है. इस जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी प्रमाणित होने के बाद भी कार्रवाई करने में अधिकारी हिचक रहे हैं .
गड़बड़ी की बात स्वीकार रहे अधिकारी
इस मामले को लेकर जांच टीम के सदस्यों से जब चर्चा की गई तो दबे जुबां शिकायत की पुष्टी होना तो स्वीकार कर रहे हैं. साथ ही रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपना बता रहे हैं.