NEET पेपर लीक मामले की जांच कर रही सीबीआई ने गुरुवार को मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार को गिरफ्तार किया. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई ने पहली बार बिहार से किसी आरोपित को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार को नोटिस भेज कर पूछताछ करने के लिए पटना स्थित अपने कार्यालय बुलाया था. लंबी पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया. उनके मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं.
गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपितों को पटना स्थित सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश किया गया. दोनों को 14 दिनों तक के लिए बेउर जेल भेज दिया. सीबीआई ने विशेष कोर्ट से मनीष और आशुतोष से पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर देने का अनुरोध किया था. वहीं, कोर्ट ने सीबीआई के अनुरोध पर जब्त मोबाइल फोन की जांच के लिए अधिकारियों को सौंप दिया. सीबीआई ने मनीष की पत्नी और आशुतोष के परिजनों को फोन कर गिरफ्तारी की सूचना दे दी है. मनीष और आशुतोष दोनों संजीव मुखिया के ही गांव नूरसराय के भूतहाखार के ही हैं. सीबीआई टीम बुधवार को संजीव के गांव गई थी तो दोनों के परिजनों से भी जानकारी ली थी.
अग्निवीर का भी विरोध
- पेपर लीक के साथ अग्निवीर योजना के विरोध में भारतीय युवा कांग्रेस का जंतर-मंतर पर जोरदार विरोध प्रदर्शन
- विरोध के साथ ही संसद घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को सुरक्षा बलों ने बैरिकेड लगाकर रोका, हल्का बल प्रयोग भी किया
- युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा कि धांधली से एक बात साबित हो चुकी है कि जहां भी पेपर लीक हो रहा है, उसका संबंध भाजपा से है
जांच में यह बात सामने आई है कि मनीष प्रकाश ने चिंटू और संजीव मुखिया के कहने पर खेमनीचक स्थित लर्न्ड एंड प्ले स्कूल और इसके ब्यॉज हॉस्टल में परीक्षार्थियों को नीट परीक्षा के एक दिन पहले 4 मई की रात को ठहराने की व्यवस्था की थी.