श्रीनगर: शुक्रवार को 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और दुनिया के लोगों को इसकी शुभकामनाएं दीं और यहां डल झील के किनारे स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में हजारों लोगों के साथ उन्होंने योगाभ्यास किया।
पीएम ने इस दौरान लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि ‘स्वयं और समाज के लिए भी योग’ है और आज दैनिक जीवन में तनाव के बीच दुनिया योग की सहायता ले रही है। उन्होंने आगे कहा, “योग हमें मन, शरीर और आत्मा की एकता का अवसर प्रदान करता है।
जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा ध्यान है और इसे ध्यान के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है। सेना और खिलाड़ियों के लिए भी आज योग प्रशिक्षण का एक अनिवार्य हिस्सा है। अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष परियोजनाओं में योग प्रशिक्षण दिया जाता है। जेलों में भी कैदियों के लिए योग की कक्षाएं आयोजित की जाती हैं।”
प्रधानमंत्री ने इस दौरान ये विश्वास भी जताया कि योग की प्रेरणा कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि बारिश ने आज कुछ थोड़ी परेशानियां पैदा कीं, लेकिन योग के प्रति कश्मीर में रुचि बेहद उत्साहजनक है। मौसम के खराब होने के बावजूद कश्मीर में 50 से 60 हजार लोगों ने योग में भाग लिया और जिसके लिए “मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को शुभकामनाएं देता हूं”।
भारी बारिश की वजह से आउटडोर की जगह योगाभ्यास इनडोर करना पड़ा और ये कार्यक्रम सुबह 7.45 बजे तक विलंबित रहा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी पीएम मोदी के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
पीएम मोदी ने समारोह के बाद डल झील के किनारे योग साधकों से बातचीत की।