
आज दुनियाभर में 10वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. भारत समेत दुनियाभर के कई देशों से लोग योग करते हुए अपनी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं. वहीं लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में योग दिवस मनााय. यह कार्यक्रम डल झील के किनारे होना था. हालांकि बारिश की वजह से इसे इनडोर में आयोजित किया गया. इस बार योग दिवस का थीम है, ‘योग स्वयं और समाज के लिए.’ इस मतलब योग खुद की और समाज की भलाई के लिए है.
श्रीनगर में आयोजित किया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम जमीनी स्तर पर और ग्रामीण इलाकों की प्रतिभागता को सुनिश्चित करने के लिए है. डल झील के किनारे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में पीएम मोदी इस कार्यक्रम में सात हजार लोग हिस्सा लेने वाले थे. हालांकि मौसम की वजह से कार्यक्रम को शॉर्ट करना पड़ा. बता दें कि 2014 के बाद से ही लागातार पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लीड करते आए हैं. उन्होंने दिल्ली के कर्तव्य पथ पर योग किया था. इसके बाद चंडीगढ़, देहरादून, रांची, लखनऊ, मैसूर और यूएन हेडक्वार्टर में में भी उन्होंने योग किया.
मोदी ने कहा कि पूरे जम्मू-कश्मीर में योग के प्रति जो आकर्षण बना है, जिस उमंग और उत्साह के साथ लोग योग के साथ जुड़ने के लिए आतुर हैं, वह जम्मू कश्मीर के पर्यटन को भी एक नई ताकत देने का अवसर बन गया है.
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुझे योग और साधना की भूमि कश्मीर में आने का सौभाग्य मिला है. योग से हमें जो शक्ति मिलती है श्रीनगर में हम उसे महसूस कर रहे हैं. मैं देश के सभी लोगों को और दुनिया के कोने-कोने में योग कर रहे लोगों को कश्मीर की धरती से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई देता हूं.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था और भारत के इस प्रस्ताव का 177 देशों ने समर्थन किया था जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड था.