Lok Sabha: करीब दस साल के इंतजार के बाद इस बार संसद में विपक्ष का प्रतिनिधित्व बढ़ा नजर आएगा। मोदी के तीसरे कार्यकाल में पहली बार विपक्ष को नेता प्रतिपक्ष का पद मिलेगा। स्पीकर पद इस बार भी भाजपा अपने पास ही रखेगी। हालांकि दिलचस्पी यह जानने में है कि भाजपा पूर्व स्पीकर ओम बिरला पर दोबारा भरोसा जताएगी या कोई नया चेहरा पेश करेगी। गौरतलब है कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में सुमित्रा महाजन तो दूसरे कार्यकाल में ओम बिरला को मौका मिला था। महाजन 2019 का चुनाव नहीं लड़ी थीं, जबकि बिरला राजस्थान की कोटा सीट से चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।
18वीं लोकसभा का पहला सत्र 18 जून से शुरू होगा। इसकी शुरुआत नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ से होगी। शुरुआती दो दिन चुने गए 543 सांसदों को प्रोटेम स्पीकर शपथ दिलाएंगे। जबकि 20 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। अगले दिन 21 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगी। हालांकि अभी पूरे कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
सहयोगी को डिप्टी स्पीकर पद संभव
डिप्टी स्पीकर का पद बहाल होगा या नहीं, इस पर सस्पेंस कायम है। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा इस बार यह पद अपने किसी सहयोगी दल को दे सकती है। पहले कार्यकाल में पार्टी ने यह पद अपनी सहयोगी अन्नाद्रमुक को दिया था।