दुर्ग। आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हम आपको एक ऐसी गायनकोलॉजिस्ट के बारे में बता रहे हैं, जो की पौधे वाली डॉक्टर के नाम से पहचानी जाती है।इनका नाम है डॉ. मानसी गुलाटी।
अपने अस्पताल में डॉ. मानसी जितनी भी महिलाओं का प्रसव कार्य कराती हैं, हॉस्पिटल से उनके डिस्चार्ज के दौरान उनको पौधा भेंट करते हुए उसे अपने बच्चे की तरह खाद और पानी देने के लिए आग्रह करती है,डॉ. मानसी की इसी पहल का असर हैं की आज हजारों पौधे वृक्ष में बदल चुके हैं।
डॉ. ने बताया है कि पर्यावरण से उन्हें गहरा लगाव है। अभी तक वह करीब 40 हजार से भी ज्यादा बच्चों के माता पिता को पौधे भेंट में दे चुकी है।
वह पिछले 20 साल से श्री रमेश चंद्र फाउंडेशन नाम से एक संस्था संचालित कर रही हैं। जो की विशेष रूप से पर्यावरण पर ही कार्य करती है। पिछले 20 साल में इस संस्था की शुरुआत करने के बाद से डॉ. मानसी ने लगभग जितने भी प्रसव कराए हैं उस नवजात के माता पिता को एक पौधा जरूर भेंट किया है।
पौधा देते समय वह माता पिता को को ये बताती हैं कि यह पौधा उनके बच्चे के जन्म की पहचान की तरह है, जो कि उनके जन्म स्थान से मिला हुआ है। अपने घर या आसपास में ही इस पौधे को रोपना और उसकी सेवा और देखभाल अपने बच्चे की भांति करना।
डॉ. मानसी गुलाटी यह भी बताती हैं कि जिस भी माता पिता को वह जब भी पौधा भेंट में देती हैं उसकी पहचान के तौर पर उसकी फोटो अपने पास रखती हैं।
साथ ही उन्हें वह बताती है की पेड़ पौधों का मानव जीवन में क्या महत्व है। और उनसे ये वादा ही लेती है कि वो इन पौधों को अपने नवजन्मे बच्चे की भांति ही देखभाल करें, और फिर जब ये पौधे वृक्ष बन जाए तो इससे हमारी आने वाली पीढ़ी को इसका लाभ मिल सके और पर्यावरण को सुरक्षित रखने में अहम भागीदारी दे सकें।