महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने शिवसेना (यूबीटी) से फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है. दरअसल, कांग्रेस की आपत्ति भिवंडी, मुंबई दक्षिण-मध्य और सांगली सीट पर उद्धव की ओर से उम्मीदवार उतारने पर है. वहीं, कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने शिवसेना (यूबीटी) को मुंबई की अधिकतर सीटें ‘हथियाने’ की अनुमति देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा.
आज ऐलान संभव : बिहार में भी सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है. मंगलवार देर शाम कांग्रेस और राजद की बैठक हुई. काफी दबाव के बाद राजद कटिहार सीट कांग्रेस को देने को तैयार हो गई, पर पूर्णिया और औरंगाबाद सीट देने को राजी नहीं है. हालांकि, शिवहर या महाराजगंज में एक सीट कांग्रेस को मिल सकती है. राजद, कांग्रेस को आठ सीट देने को तैयार है. गुरुवार को दोनों दल सीट बंटवारे का ऐलान कर सकते हैं. राजद ने जद(यू) से आई बीमा भारती को पूर्णिया से प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में पार्टी में मांग उठ रही है कि पूर्णिया पर राजद व कांग्रेस के बीच फ्रेंडली फाइट हो. इस पर पार्टी ने अभी फैसला नहीं लिया है.
शरद गुट ने चर्चा की
एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के संसदीय बोर्ड की बुधवार को बैठक हुई. इसमें शरद पवार भी मौजूद रहे. पार्टी भिवंडी सहित कम से कम 10 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छुक है.
पप्पू यादव की उम्मीदवारी पर संशय
कांग्रेस रणनीतिकारों का कहना है कि पप्पू यादव को राजद के ग्रीन सिग्नल के बाद ही पार्टी में शामिल किया गया था, पर अब राजद पूर्णिया सीट देने के लिए तैयार नहीं है. पार्टी नेता प्रदेश नेतृत्व से भी नाराज हैं. इन नेताओं का कहना है कि प्रदेश नेतृत्व राजद के सामने कांग्रेस का पक्ष नहीं रख रहा है. यही वजह है कि राजद का पलड़ा भारी है.
17 उम्मीदवार मैदान में उतारे उद्धव ठाकरे ने
देश का सियासी पारा लगातर चढ़ रहा है, मगर महाराष्ट्र और बिहार में अभी तक गठबंधन के दलों के बीच सीट बंटवारे पर पूर्ण सहमति नहीं बन पाई. बुधवार को शिवसेना उद्धव गुट ने 17 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी. इसमें उन सीटों पर भी प्रत्याशी उतारे गए हैं, जिनकी मांग कांग्रेस कर रही थी. कांग्रेस ने इस पर ऐतराज जताया है. सूत्रों के मुताबिक, महा विकास अघाड़ी के दलों द्वारा बिना सहमति बने उम्मीदवारों की घोषणा करने पर शरद पवार ने भी नाराजगी जाहिर की है.