
भारतीय निर्वाचन आयोग ने चुनावी बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को चंदा देने वाली कंपनियों और लोगों के नाम गुरुवार को सार्वजनिक कर दिए. सबसे अधिक चंदा देने वालों में तमिलनाडु की लॉटरी फर्म और आंध्र प्रदेश की इंफ्रा कंपनी शामिल हैं.
सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर एसबीआई ने कहा था कि एक अप्रैल 2019 से 15 फरवरी 2024 के बीच विभिन्न मूल्यवर्ग के 22,217 चुनावी बॉन्ड जारी किए गए. इनमें से 22,030 को राजनीतिक दलों ने भुनाया. सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख के बाद एसबीआई ने मंगलवार को चुनावी बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों का विवरण भारतीय निर्वाचन आयोग को मुहैया कराया था.
इन प्रमुख दलों को मिला चंदा चुनावी चंदा पाने वालों में भाजपा, कांग्रेस, एआईएडीएमके, बीआरएस, शिवसेना, टीडीपी, वाईएसआर कांग्रेस, डीएमके, जेडी-एस, एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस, जेडीयू, आप, राजद, समाजवादी पार्टी, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, बीजेडी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, जेएमएम, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट और अन्य पार्टियां शामिल हैं.
महत्वपूर्ण हस्तियों ने बॉन्ड खरीदे सार्वजनिक किए गए विवरण से साफ होता है कि राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों में स्टील टाइकून लक्ष्मी मित्तल से लेकर एयरटेल के प्रवर्तक अरबपति सुनील भारती मित्तल तक शामिल हैं. इसके अलावा वेदांता समूह, आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा के अलावा फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज के नाम प्रमुख रूप से हैं.
फ्यूचर गेमिंग वही कंपनी है, जिसके खिलाफ मार्च 2022 में प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन के आरोपों की जांच की थी. इस कंपनी ने दो अलग-अलग कंपनियों के जरिये 1,350 करोड़ से अधिक के चुनावी बॉन्ड खरीदकर राजनीतिक दलों को चंदा दिया था. चुनावी बॉन्ड की कीमत दस हजार रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक हैं. इनपर आयकर में शत-प्रतिशत छूट मिलती है.
निर्वाचन आयोग शीर्ष अदालत पहुंचा
एसबीआई के बाद निर्वाचन आयोग ने भी संविधान पीठ के निर्देशों में संशोधन के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. इस पर शुक्रवार को पांच जज की पीठ सुनवाई करेगी. याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर यह जानकारी दी.
दो फाइलों में ब्योरा
आयोग ने बॉन्ड के जरिए चंदा देने-लेने वालों के नामों का ब्योरा वेबसाइट पर दो फाइलों में अपलोड़ किया. पहली फाइल में चंदा देने वालों के नाम और रकम है, जबकि दूसरी फाइल में चंदा लेने वाले राजनीतिक दलों और रकम का ब्योरा है.
पांच प्रमुख दानदाता
कंपनी राशि (करोड़ में)
- फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज 1,368
- मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर 966
- क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड 410
- वेदांता लिमिटेड 400
- हल्दिया एनर्जी लिमिटेड 377
सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे निर्देश
763 पन्नों में आयोग ने वेबसाइट पर ब्योरा अपलोड किया 05 वर्ष के करीब चुनावी चंदे के आंकड़े मुहैया कराए हैं एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को 12 अप्रैल 2019 से खरीदे गए बॉन्ड की जानकारी निर्वाचन आयोग को सौंपने का निर्देश दिया था. एसबीआई चुनावी बॉन्ड जारी करने के लिए अधिकृत संस्थान है.