
कवि डॉ. कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों और डॉ. पल्लव वाजपेयी के बीच मारपीट के मामले में इंदिरापुरम पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. डॉ. पल्लव ने अज्ञात लोगों पर लूट, बलवा और मारपीट का केस दर्ज कराया है तो कुमार विश्वास की सुरक्षा में शामिल जवान ने सरकारी कार्य में बाधा का आरोप लगाया है.
दोनों मुकदमे अज्ञात में दर्ज हुए हैं. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. डॉ. पल्लव वाजपेयी ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि बुधवार दोपहर वह वैशाली के आरोग्य अस्पताल से प्रताप विहार स्थित फ्लोरिस अस्पताल की तरफ जा रहे थे. हिंडन तट पर पुलिस की गाड़ी ने पास मांगा तो उन्होंने गाड़ी पीछे कर ली, लेकिन पुलिस की गाड़ी के पीछे एक और गाड़ी थी. इस गाड़ी में सवार लोगों ने उन्हें ओवरटेक करके रोक लिया. उन्होंने उतरकर उनसे बात की तो कुछ बंदूकधारी गार्ड्स ने गाली-गलौज कर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी.
उधर,कुमार विश्वास की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी आनंद प्रसाद ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह डॉ. कुमार विश्वास को भारत सरकार द्वारा प्रदान की गई वाई श्रेणी की सुरक्षा के सुरक्षाकर्मी हैं. आठ नवंबर की दोपहर करीब डेढ़ बजे वह और अन्य सुरक्षाकर्मी डॉ. विश्वास के साथ अलीगढ़ के लिए निकले. उनकी गाड़ी कुमार विश्वास की गाड़ी के आगे थी. वसुंधरा सेक्टर-तीन से निकलते ही हिंडन नदी के पास एक संदिग्ध कार ने पहले उनकी गाड़ी और फिर कुमार विश्वास की गाड़ी में टक्कर मारने की कोशिश की. गाड़ी को रोका तो चालक मारपीट करने लगा.
काफिले पर हमले की पुष्टि नहीं हुई
इंदिरापुरम पुलिस को अज्ञात व्यक्ति द्वारा कुमार विश्वास के काफिले पर हमले की सूचना दी गई थी. वहीं, कुछ देर बाद डॉ. पल्लव वाजपेयी शिकायत लेकर थाने पहुंच गए. मामले की प्रारंभिक जांच के बाद गाजियाबाद पुलिस ने कुमार विश्वास के काफिले पर हमले के आरोप सिद्ध न होने की बात कही. इस संबंध में गाजियाबाद पुलिस ने एक्स एकाउंट पर जानकारी भी दी.
जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी डीसीपी
डीसीपी ट्रांस हिंडन शुभम पटेल ने बताया कि जांच के दौरान कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों द्वारा चिकित्सक पर कार से टक्कर मारने का आरोप निराधार पाया गया है. सुरक्षाकर्मियों की तरफ से सरकारी कार्य में बाधा डालने की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है. चिकित्सक की शिकायत पर ही मुकदमा दर्ज हुआ है. जांच के बाद कार्रवाई होगी.
काफिले पर हमले पर सवाल उठने की वजह
- परिस्थितिजन्य कोई भी साक्ष्य चिकित्सक के खिलाफ नहीं जा रहा
- भीड़भाड़ वाले इलाके में घटना हुई, कोई भी चश्मीद नहीं मिला, जिसने चिकित्सक को सुरक्षाकर्मियों को पीटते देखा हो
- राहगीरों ने जो भी वीडियो बनाया है, उन सब में चिकित्सक ही पिटता या घायल दिख रहा है
- डॉ. कुमार विश्वास को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. कई सुरक्षाकर्मी होते हैं, वे चिकित्सक की वीडियो बना सकते थे मगर ऐसा कोई वीडियो अभी तक सामने नहीं आया है.
कुमार विश्वास ने रखा पक्ष
डॉ. कुमार विश्वास ने गुरुवार सुबह अपने एक्स अकाउंट पर घटनाक्रम के बारे में बताया. पोस्ट में लिखा कि उन्होंने खुद सज्जन को बार-बार गाड़ी घुसाते देखा. कुछ देर बाद पता चला कि सज्जन आगे गाड़ी लगाकर केंद्रीय सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प कर रहे थे. सज्जन बेहद अभद्र भाषा और हिंसक तरीके से सुरक्षाकर्मियों को धकिया रहे थे. उन्होंने मैनेजर को झगड़ा शांत कराने भेजा तो सज्जन ने उन्हें दो थप्पड़ का मार दिया.
आंदोलन करेंगे चिकित्सक मामले में आईएमए के प्रदेश सचिव डॉ. वीबी जिंदल ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर कुमार विश्वास से सार्वजनिक रूप से बिना किसी शर्त के माफी मांगने की मांग की. दो दिन में मांगें पूरी न होने पर देशव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी दी.