तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा का मामला वर्ष 2005 में पैसे के बदले सवाल पूछने से भी गंभीर है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को महुआ मोइत्रा को लोकसभा की अचार समिति द्वारा समन जारी करने के सवाल पर ये बात कही.
दुबे ने कहा कि 2005 के मामले में 11 सांसदों को निलिंबित किया गया था. उन्होंने कहा कि महुआ ने दुबई के उद्योगपति हीरानंदानी से पैसे लेकर सवाल पूछा है. मामला समिति के पास है और हमें उसके फैसले का इंतजार करना चाहिए. बतादें कि महुआ आज लोकसभा की आचार समिति के समक्ष पेश होंगी.
शिकायत का पर्दाफाश करूंगी महुआ मोइत्रा ने पत्र में कहा है कि दो नवंबर को आचार समिति के सामने पेश होकर अपने खिलाफ हुई शिकायत का पर्दाफाश करेंगी. समिति के प्रमुख से आग्रह किया है कि आरोपों की गंभीरता देखते हुए यह जरूरी है कि रिश्वत देने वाले दर्शन हीरानंदानी को गवाही के लिए बुलाया जाए. मोइत्रा ने कहा, मैं रिकॉर्ड पर रखना चाहती हूं कि स्वाभाविक न्याय के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए मैं हीरानंदानी से जिरह के अधिकार का उपयोग करना चाहती हूं.
दुबई में 47 बार लॉगिन हुआ मोइत्रा का खाता
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का सरकारी खाता दुबई में 47 बार लॉगिन हुआ था. मामले के जानकारों ने ये दावा किया है. इस मामले पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि मोइत्रा ने सवाल पूछने के बदले पैसे लिए थे. उन्होंने कहा कि मोइत्रा ने ऐसा कर के देश के हितों के साथ धोखा किया है. मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मोइत्रा ने अपना आईडी और पासवर्ड बाहरी आदमी को बताया जिसकी मदद से उनका सरकारी खाता दुबई में 47 बार खोला गया. उन्होंने कहा कि अगर ये खबर सच निकली तो सभी सांसदों को उनके खिलाफ आना होगा.