न्यूज़ डेस्क : प्रदेश में आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे पहले ही कांग्रेस पार्टी में अंतरकलह की एक और झलक सामने आई है। आपको बता दे की ताज़ा मामला मरवाही से सामने आया है। जहा गौरेला पेंड्रा मरवाही में कांग्रेस के पदाधिकारी आपस में भीड़ गए। मंच से ही वर्तमान विधायक का जमकर विरोध होने लगा।भाजपा ने जहां मरवाही विधानसभा के लिए अपने प्रत्याशी की घोषणा भी कर दी है। वही अभी कांग्रेस पार्टी में मंथन का दौर जारी है। मिली जानकारी के अनुसार मरवाही के जनपद उपाध्यक्ष और जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अजय राय के जन्मदिन के मौके पर गंगनई के नेचर कैंप में पार्टी रखी गई थी। जहां खुलकर आपसी मतभेद देखने को मिला।
जहां पर मरवाही विधायक डॉ. के के धुव्र सहित जिले के सभी कांग्रेसी मौजूद थे। मंचीय भाषण का प्रोग्राम चल रहा था। तभी मरवाही से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रहे गुलाब राज और जिला पंचायत सदस्य सुभम पेंद्रो के द्वारा अपनी ही पार्टी के विधायक धुव्र के ऊपर उनके निरंकुश होने का आरोप लगाने लगे और उनके निरंकुशता की वजह उनके बाहरी होने का बताने लगे और आगामी चुनाव में स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देने की मांग मच से किया जाने लगा। इस बात से नाराज होकर कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता और विधायक के के ध्रुव कार्यक्रम को बीच में छोड़कर जाने लगे। जिसके बाद मनोज गुप्ता, प्रमोद परस्ते और शुभम पेंद्रो बीच जमकर बहस होने लगा। हालांकि बीच बचाव के बाद मामला जरूर शांत हो गया। विधानसभा चुनाव के पहले इस तरह की कांग्रेस की गुटबाजी कहीं कांग्रेसियों को भारी न पड़ जाए। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की मानें तो डॉ. के के धुव्र बाहरी व्यक्ति हैं। उन्हें छोड़कर पार्टी किसी को भी टिकट दें। उसका वे समर्थन करेंगे। डॉ, धुव्र उन्हें किसी भी हाल में मरवाही विधानसभा में मंजूर नहीं है।