बेंगलुरु . देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 ने 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर ली है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार को एक्स पर पोस्ट कर कहा, यान पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से सफलतापूर्वक बाहर निकल गया है.
इसरो के अनुसार, मंगल ऑर्बिटर मिशन के बाद यह दूसरा मौका है जब इसरो किसी अंतरिक्ष यान को पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से बाहर भेजने में कामयाब हुआ है. आदित्य-एल1 का अंतरिक्ष यान अपने नए घर लैंग्रेज प्वाइंट 1 की ओर बढ़ रहा है. मिशन को लैंग्रेज प्वाइंट तक पहुंचने के लिए करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करनी है.
सात पेलोड देंगे अलग-अलग जानकारी इसरो ने दो सितंबर को देश के पहले सौर मिशन को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया था. आदित्य-एल-1 में कुल सात पेलोड लगे हैं जो अलग-अलग काम करेंगे. मिशन के जरिए वैज्ञानिकों को सूर्य की हजारों तस्वीरें मिलेंगी जिससे सूर्य से जुड़े रहस्यों के बारे में जानकारी मिलेगी.
तारों के रहस्यों से उठेगा पर्दा इसरो के मुताबिक मिशन के माध्यम से तारों के अध्ययन में बड़ी मदद मिलेगी. इससे मिली जानकारियों से तारों, आकाश गंगा और खगोल विज्ञान के कई रहस्यों से पर्दा उठेगा.