न्यूज़ डेस्क : इस साल के अंत में मिजोरम, राजस्थान, मध्यप्रदेश, तेलांगना और छत्तीसगढ़ में चुनाव होने है। जिसे लेकर राजनैतिक पार्टियों में हलचल तेज़ हो गई है। सभी राजनैतिक पार्टिया अपने अपने स्तर पर वोट साधने का प्रयास कर रही है। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। डिप्टी सीएम और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता टीएस सिंहदेव को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करना भारी पड़ गया। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह मुद्दा उठा और सिंहदेव को इस पर माफी मांगनी पड़ी। सिंहदेव ने रायगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि केंद्र से सहयोग मिलता है और प्रधानमंत्री राज्यों के साथ भेदभाव नहीं करते हैं। सिंहदेव का यह बयान कार्यसमिति की बैठक में इसलिए उठा क्योंकि भाजपा ने इसे हाथोंहाथ लपकते हुए विपक्ष के इस आरोप की हवा निकालने की कोशिश की कि मोदी सरकार गैर भाजपा राज्य सरकारों के साथ भेदभाव करती है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश से उठा मुद्दा दिल्ली तक पंहुचा तो सिंहदेव को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) से माफी मांगनी पड़ी. सूत्रों की मानें तो हैदराबाद में आयोजित कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सिंहदेव ने अपनी गलती मानीं और आगे से ऐसा नहीं करने का वचन दिया। बैठक में मौजूद एक सदस्य के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे माफी के बाद भी नाराज दिखे. खड़गे ने कहा माफी तो ठीक है, लेकिन डैमेज तो हो ही गया है. उप मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता होने के नाते आपकी बात को लोगों ने गंभीरता से लेंगे. इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने अन्य नेताओं को सिंहदेव का उदाहरण देते हुए चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा अन्य नेता भी इस बात का ध्यान रखें. गौरतलब है कि इससे पहले छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा से माफी मांग चुके थे, लेकिन उन्होंने आलाकमान की नाराजगी के बारे में बताया तो उन्होंने दोबारा माफी मांगने का प्रस्ताव रखा।