मुंबई . वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय कंपनियां अब विदेशी शेयर बाजारों के साथ ही अहमदाबाद स्थित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र पर सीधे सूचीबद्ध हो सकती हैं.
सरकार ने इस संबंध में कोविड राहत पैकेज के तहत घोषणा की थी, जिसे तीन साल बाद मंजूरी मिली. इसके जरिए घरेलू कंपनियों को विदेश में विभिन्न शेयर बाजारों पर अपने शेयरों को सूचीबद्ध करके धन जुटाने में मदद मिलेगी. इस संबंध में एक प्रस्ताव पहली बार मई 2020 में महामारी के दौरान घोषित नकदी पैकेज के तहत पेश किया गया था. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय कंपनियों की सीधे विदेश में सूचीबद्ध करने के नियम कुछ हफ्तों में अधिसूचित किए जाएंगे.
हमारे बाजारों में सभी क्षेत्रों की व्यापक भागीदारी
वित्तमंत्री ने कहा, हमारे बाजारों में सभी क्षेत्रों से व्यापक भागीदारी देखी गई है. करीब 11.5 करोड़ डीमैट खातों वाले खुदरा निवेशक और दूसरी तरफ आईपीओ के माध्यम से धन जुटाने वाले लघु और मध्यम उद्यम हैं. सीतारमण ने बताया कि 10 साल पहले हमारे देश का बाजार पूंजीकरण 74 लाख करोड़ रुपये था. यह हर 5 साल में लगभग दोगुना होकर आज 300 लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है. अब यह शीर्ष-10 सर्वाधिक मूल्यवान देशों में 5वें स्थान पर है.