दुनिया भर में सबसे बड़े सड़क नेटवर्क के मामले में भारत अब अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. केंद्र सरकार ने पिछले नौ साल में देशभर में लगभग 54 हजार किलोमीटर नए राष्ट्रीय राजमार्गों का जाल बिछाया है.
भारत ने 1.45 लाख किलोमीटर सड़कों का निर्माण कर चीन को पीछे छोड़कर दूसरा स्थान हासिल किया है. सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में सरकार के पिछले नौ वर्षों में किए गए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि भारत का सड़क नेटवर्क 59 प्रतिशत बढ़कर दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. बीते नौ वर्षों में चार लेन राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई दोगुनी हो गई.
68 हजार पेड़ों को प्रतिरोपित किया राजमार्ग बनाने में सरकार अब पेड़ काटने के बजाए उनको उखाड़कर (प्रतिरोपण) दूसरे स्थान पर लगा रही है. इसके तहत 68 हजार पेड़ों को प्रतिरोपित किया गया. सरकार ने राजमार्ग निर्माण में 1500 अमृत सरोवर (तालाब) बनाए हैं.
टोल से राजस्व बढ़ा
बीते नौ वर्षों में टोल से मिलने वाला राजस्व 4,770 करोड़ रुपये से बढ़कर 41,342 करोड़ रुपये हो गया है. सरकार का इरादा टोल राजस्व को वर्ष 2030 तक 1.30 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का है.
टोल संग्रह के लिए फास्टैग के इस्तेमाल से टोल प्लाजा पर वाहनों के इंतजार करने का समय घटकर 47 सेकंड रह गया है. सरकार इस समय को 30 सेकंड के भीतर लाने के लिए कुछ और कदम उठा रही है.
एनएचएआई बना रहा रिकॉर्ड
एनएचएआई ने सात विश्व रिकॉर्ड कायम किए. इस साल मई में 100 घंटे में 100 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे तैयार किया. यह उपलब्धि उत्तर प्रदेश में बन रहे गाजियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान हासिल की गई. पिछले साल अगस्त में एनएचएआई ने 105 घंटे और 33 मिनट में अमरावती और अकोला के बीच 75 किमी लंबी बिटुमिनस कंक्रीट की सड़क बनाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था.
सड़क एवं परिवहन मंत्री ने कहा-अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंचे हम, सरकार ने राजमार्ग निर्माण में 1500 अमृत सरोवर बनाए हैं, सात विश्व रिकॉर्ड भी कायम किए .