इस्लामाबाद . पाकिस्तान में बीती नौ मई को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में नाकाम रहने पर लेफ्टिनेंट-जनरल सहित तीन सैन्य अफसरों को बर्खास्त कर दिया गया है. इसके अलावा तीन मेजर जनरल तथा सात ब्रिगेडियर के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की गई है.
इमरान की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मई महीने में लाहौर कोर कमांडर हाउस, मियांवाली एयरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित 20 से अधिक सैन्य प्रतिष्ठानों और सरकारी भवनों में तोड़फोड़ की थी. इसके अलावा रावलपिंडी में सेना मुख्यालय (जीएचक्यू) पर भी भीड़ ने हमला किया था.
दो बार कराई गई जांच सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल अरशद शरीफ ने बताया कि सेना ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के समर्थकों के विरोध प्रदर्शन के संबंध में दो बार जांच कराई जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है.
दो सौ से अधिक सैन्य ठिकानों पर हुए थे हमले
पिछले महीने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भड़की हिंसा को लेकर पाक की सैन्य कोर्ट में 100 से अधिक लोगों पर मुकदमा चल रहा है. सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि 9 मई को 200 से अधिक सैन्य स्थलों पर हमले किए थे. ब्योरा P19
देशद्रोह मामले में शाहबाज की गिरफ्तारी का आदेश
इस्लामाबाद की कोर्ट ने सोमवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ नेता शाहबाज गिल को देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार करने का आदेश दिया. उन पर राज्य संस्था में फूट डालने का आरोप लगाया गया. अदालत ने कहा कि पीटीआई नेता जानबूझकर मामले की कार्यवाही में देरी कर रहे हैं.