रायपुर. चुनाव से पहले टिकट वितरण के लिए सर्वे आम बात है, लेकिन सर्वे के बाद काम में सुधार नहीं होना, यह विधायकों के लिए खतरे के संकेत हैं. कमोबेश यह स्थिति कांग्रेस-भाजपा दोनों दलों में देखने को मिल रही है.
इस बीच एक सर्वे सूची सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद कांग्रेस को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस की राजनीति से जुड़े जानकारों का कहना है कि इस बार कांग्रेस 20 से 25 फीसदी विधायकों की टिकट काट सकती है. कांग्रेस के एक सर्वे के बाद कमजोर प्रदर्शन करने वाले करीब 42 विधायकों को अपनी कार्यशैली सुधारने के लिए कहा भी गया था. संकेत इस बात के भी मिले हैं कि कांग्रेस में दूसरे दौर का सर्वे भी पूरा हो गया है. इसकी रिपोर्ट भी विधायकों को भेजी गई है. बताया जाता है कि पिछले सर्वे और इस सर्वे में थोड़ा बहुत ही अंतर आया है. कांग्रेस के 8-10 विधायकों ने अपनी कार्यशैली में बड़ा बदलाव किया है. यानी इनकी टिकट पर अब ज्यादा खतरा नहीं है.
मिल रहे बड़े बदलाव के संकेत
कांग्रेस में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के जाने और नई प्रभारी कुमारी सैलजा के आने के बाद से ही कांग्रेस में बदलाव की चर्चा हो रही है. पिछले दिनों प्रभारी कुमारी सैलजा का अचानक पहुंचना और सीएम हाउस में बैठक करना भी काफी चर्चा में रहा है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में सत्ता और संगठन दोनों में बदलाव हो सकते हैं. हालांकि जानकारों का कहना है कि चुनाव में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. ऐसे में बदलाव की संभावना कम है.