मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए आठ चीतों में से 2 को 50 दिन बाद बड़े बाड़े में छोड़ा गया है. इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जाहिर करते हुए ट्वीट किय है, ”मुझे बताया गया है कि अनिवार्य क्वारंटाइन के बाद 2 चीतों को कुनो प्राकृतिक वास में अनुकूलन के लिए एक बड़े बाड़े में छोड़ा गया है. अन्य को जल्द ही छोड़ा जाएगा. मुझे यह जानकर खुशी हुई कि चीते स्वस्थ हैं, सक्रिय हैं और अच्छी तरह से तालमेल बिठा रहे हैं.” कूनो के टास्क फोर्स समिति के सदस्यों ने शनिवार शाम को लंबी चर्चा के बाद दो चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया. वहीं बाकी 6 चीतों को चरणबद्ध तरीके से छोड़ जाएगा.
चीतों को बडे़ बाड़े में छोड़े जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर खुशी जताई है. पीएम ने ट्वीट कर लिखा ‘अच्छी खबर! बताया गया कि अनिवार्य क्वारंटाइन के बाद 2 चीतों को कुनो निवास स्थान में और अनुकूलन के लिए एक बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है. जबकि अन्य चीतों को भी जल्द ही छोड़ा जाएगा. मुझे यह जानकर भी खुशी हुई कि सभी चीते स्वस्थ हैं, सक्रिय हैं और अच्छी तरह से तालमेल बिठा रहे हैं.’ खास बात यह भी हैं कि इन चीतों में एक मादा चीता का नाम पीएम मोदी ने ही रखा है. पीएम मोदी ने उसे आशा नाम दिया है.
भारत में चीता प्रोजेक्ट के तहत 8 चीते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के दिन नामीबिया से भारत लाए गए थे, जिन्हें खुद प्रधानमंत्री ने बाड़े में छोड़ा था. अब दो चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है, जो और बड़े एरिया में आसानी से घूम फिर पाएंगे. खास बात यह है कि ये चीते 50 दिन बाद अब शिकार भी कर पाएंगे, क्योंकि पार्क में चीतों के शिकार के लिए चीतल, हिरन जैसे जानवर शिकार के लिए मौजूद हैं. मामले में कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों का कहना है कि दो नर चीते बड़े बाड़े में रिलीज किए गए हैं, अन्य चीतों को भी जल्द बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा.
शुरुआती योजना के तहत इन चीतों को एक महीने तक क्वारंटीन में रखा गया था. विशेषज्ञों के मुताबिक आमतौर पर जंगली जानवरों को स्थानांतरण से पहले और बाद में एक महीने के लिए क्वारंटीन किया जाता है, ताकि वे दूसरे देश से अपने साथ लाए किसी बीमारी को फैला ना पाएं.