पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे. उनके नाम का आधिकारिक एलान सोमवार को कर दिया गया. प्रधानमंत्री चुने जाने पर सुनक की चारों ओर वाहवाही हो रही है. पेनी मोर्डंट (Penny Mordaunt) को हराकर सुनक ने देश का नेतृत्व करने के लिए शीर्ष पद हासिल किया है. केवल छह हफ्ते पहले ही उन्होंने लिज ट्रस से हारकर इसे खो दिया था.
बहरहाल, ब्रिटेन में अंदरूनी के साथ-साथ बाहरी समीकरण भी बदल रहे हैं. इसी क्रम में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कारीन जीन-पियरे ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन आने वाले दिनों में ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ बातचीत के लिए उत्सुक हैं. आइए एक नजर डालते हैं ऋषि सुनक से जुड़ी उन पांच बातों पर जिन्हें आप जरूर जानना चाहेंगे और जो कि उनकी गर्व करने योग्य उपलब्धि भी है.
ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री
ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के दक्षिण तट पर स्थित साउथेम्पटन में भारतीय मूल के माता-पिता के यहां हुआ था. वह एक मध्यमवर्गीय परिवार में पले-बढ़े. उनके पिता एक पारिवारिक डॉक्टर और उनकी मां एक फार्मासिस्ट थीं. कहते हैं कि उन्हें मेहनती होने का संस्कार विरासत में मिला है. प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने कहा था कि मैं दुकान में काम करते हुए, दवाइयां पहुंचाता हुआ बड़ा हुआ हूं. मैंने सड़क के किनारे भारतीय रेस्तरां में वेटर के रूप में काम किया था. उन्होंने बताया कि कैसे उनके माता-पिता ने उन्हें ब्रिटेन के सबसे महंगे और विशिष्ट बोर्डिंग स्कूलों में से एक विनचेस्टर कॉलेज में भेजने के लिए थोड़ा-थोड़ा करके पैसे जमा किए थे.
भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ लेने वाले पहले कैबिनेट मंत्री
ऋषि सुनक को जब ब्रिटेन का वित्त मंत्री बनाया गया था, तो उन्होंने अपनी विरासत को अपनाने से कतराए बिना भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ ली थी. उस समय सुनक ने कहा था कि मैं अब ब्रिटेन का नागरिक हूं. लेकिन मेरा धर्म हिंदू है. मेरी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत भारतीय है. मैं गर्व से कहता हूं कि मैं हिंदू हूं और मेरी पहचान भी हिंदू है.
ब्रिटिश राजनीति में सबसे उल्लेखनीय राजनीतिक वापसी करने वालों में से एक ऋषि सुनक ब्रिटेन के शीर्ष पद पर पहुंचने वाले पहले अश्वेत नेता बन गए हैं. वह ब्रिटेन के पहले हिंदू प्रधानमंत्री भी हैं.
42 वर्षीय ऋषि सुनक ब्रिटेन की राजनीति के 200 से अधिक वर्षों में सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री भी होंगे. उनकी युवा झलक में राजनीतिक विलक्षण, तेज-तर्रार और शांत स्वभाव, आत्मविश्वास से भरा व्यक्तित्व दिखाई देता है. उनकी इसी शैली ने उन्हें ब्रिटिश मीडिया द्वारा ‘डिशी ऋषि’ करार दिया है. सुनक से पहले विलियम पिट ‘द यंगर’ ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने थे.
ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने इंफोसिस के को फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से शादी की है. इन दोनों की मुलाकात स्टैनफोर्ड में एमबीए कोर्स के दौरान हुई थी. ऋषि और अक्षता के दो बेटियां हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं.
67 वर्षीय बिजनेस लीडर आनंद महिंद्रा अपने अनोखे ट्वीट को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. हर बार की तरह इस वक्त भी उनका ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. आनंद महिंद्रा ने इस बार ब्रिटेन के पूर्व पीएम चर्चिल के एक पुराने बयान का जिक्र किया.
ऋषि सुनक के ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने की पुष्टि के बाद आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया, “1947 में भारत की आज़ादी के दौरान…चर्चिल ने कथित तौर पर कहा था ‘भारत के सभी नेता निम्न क्षमता वाले होंगे. आज हमारी आज़ादी के 75वें साल में…हम भारतीय मूल के व्यक्ति को यूके पीएम के रूप में देखने के लिए तैयार हैं.”
आनंद महिंद्रा का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है. इसे 70,000 से अधिक बार लाइक और लगभग 10,000 बार रीट्वीट किया गया है. सुनक की ब्रिटेन में ताजपोशी पर महिंद्रा के ट्वीट पर लोग खूब रिएक्शन दे रहे हैं. महिंद्रा के ट्वीट के जवाब में एक यूजर ने मजाक में लिखा, ‘मैंने अभी हाल ही में विंस्टन चर्चिल को ‘अमेरिकी कंपनियों में शीर्ष भारतीय मूल के सीईओ की सूची’ भी ईमेल की है.