अमरावती। दुनिया में कई जगहों पर हिन्दू-मुस्लिम के बीच नफरत भरी घटनाएं सामने आती रहती हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए क्रिकेट मैच के बाद से ब्रिटेन में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें हिन्दू और मुस्लिम पक्ष के बीच विवाद हुआ. बीते लगभक एक सप्ताह से ब्रिटेन में ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं. ऐसे में हम जिस शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, उसकी कहानी सुन सभी को धार्मिक सद्भाव पर चलने की प्रेरणा मिलेगी. एक मुस्लिम शख्स बीते 30 साल से भी अधिक समय से आंध्र प्रदेश के प्राचीन मंदिर में पूजा अर्चना कर रहा है. अब इस भक्त ने मंदिर को दान देकर सभी को चौंका दिया है. आइये आपको बताते हैं इस मुस्लिम भक्त के बारे में विस्तार से.
मुस्लिम भक्त ने सभी को चौंकाया
इसे धर्मनिरपेक्षता का एक उदाहरण कहा जा सकता है. चेन्नई के इस मुस्लिम व्यक्ति ने आंध्र प्रदेश के पहाड़ों पर स्थित प्राचीन तिरुमाला मंदिर में 1.02 करोड़ रुपये का कैश और वस्तुएं दान कीं. हम बात कर रहे हैं तमिलनाडु के अब्दुल गनी की. उनकी पहचान तिरुमाला मंदिर के मुस्लिम भक्त के रूप में भी होती है. उन्होंने मंगलवार को मंदिर का दौरा किया और 87 लाख रुपये के फर्नीचर, बर्तन और अन्य सामान और 15 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट दान किया.
अंतर-धार्मिक सद्भाव का बड़ा उदाहरण
अब्दुल गनी तीन दशकों से अधिक समय से मंदिर में प्रसाद चढ़ा रहे हैं. वह लंबे समय से मंदिर को वाहन, फर्नीचर और नकदी दान करते आ रहे हैं. उनके द्वारा उपहार में दी गई वस्तुओं का उपयोग वीआईपी गेस्ट हाउस के लिए और तीर्थयात्रियों के लिए मुफ्त भोजन रसोई चलाने के लिए किया जाएगा. यह पहली बार नहीं है जब अंतर-धार्मिक सद्भाव का उदाहरण सामने आया है.
108 दिव्य नामों का जाप
मुस्लिम भक्त से अनूठी पेशकश प्राप्त करने पर, टीटीडी ने मंदिर में ‘अष्टदला पद पद्मराथन’ नामक एक विशेष भुगतान अनुष्ठान की शुरुआत की. अधिकारी ने बताया कि उसके बाद से महायाजकों द्वारा प्रत्येक मंगलवार को भगवान वेंकटेश्वर के 108 दिव्य नामों का जाप करते हुए पहाड़ियों पर भगवान के दिव्य चरणों में प्रत्येक फूल को रखकर अनुष्ठान किया जाता है.