नई दिल्ली, 30 अगस्त बिहार में नीतीश कुमार- तेजस्वी यादव के गठबंधन को हरा कर भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव में 35 प्लस सीट जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने की रणनीति के तहत हाल ही में भाजपा के दिग्गज नेताओं ने प्रदेश के तीन-तीन जिलों का दौरा कर लोगों से संवाद कायम किया, कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उन्हें महागठबंधन सरकार के खिलाफ जमीन पर उतर कर लड़ने को प्रेरित किया और साथ-साथ जिला विशेष में रहने वाले समाज के प्रबद्ध लोगों के साथ भी बातचीत कर यह संदेश देने का प्रयास किया कि महागठबंधन सरकार के सत्ता में आने के कारण बिहार एक बार फिर से जंगलराज में बदलता जा रहा है।
भाजपा की इस प्रदेशव्यापी मुहिम का जमीनी धरातल पर क्या असर हुआ, इसकी समीक्षा करने और भविष्य की रणनीति को लेकर अहम निर्देश देने के लिए गृह मंत्री एवं पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बिहार के दौरे पर जाने वाले हैं।
बिहार में गठबंधन सरकार से बाहर होने के बाद अमित शाह पहली बार राज्य के दौरे पर जाने वाले हैं। बताया जा रहा है कि शाह अगले महीने यानी सितंबर के आखिरी सप्ताह में बिहार के सीमांचल के जिलों का दौरा करेंगे। इस दौरे के दौरान, शाह 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव के मद्देनजर 35 से ज्यादा लोक सभा सीट जीतने के मिशन की शुरूआत करेंगे। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान शाह किशनगंज में भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को जीत का मंत्र देंगे और साथ ही पूर्णिया में एक रैली को भी संबोधित करेंगे।
2024 लोक सभा चुनाव के साथ ही राज्य में 2025 में होने वाले विधान सभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर अमित शाह के इस दौरे को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।