
उत्तर प्रदेश के हाथरस भगदड़ कांड की न्यायिक जांच रिपोर्ट आ गई है। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में 123 मौतों के लिए भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि (सूरजपाल) को दोषी नहीं ठहराया है, बल्कि पुलिस, प्रशासन और आयोजकों की लापरवाही को हादसे की मुख्य वजह बताया है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
आयोजकों ने सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया।
पुलिस और प्रशासन भीड़ नियंत्रण में विफल रहे।
आयोजन के लिए तय अनुमति शर्तों का पालन नहीं हुआ।
अगर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम होते, तो हादसा टल सकता था।
आयोग ने भविष्य के लिए दिए सुझाव
बड़े आयोजनों से पहले पुलिस अधिकारियों का निरीक्षण अनिवार्य किया जाए।
अनुमति शर्तों का सख्ती से पालन कराया जाए।
भीड़ नियंत्रण के विशेष इंतजाम किए जाएं।
SIT पहले ही दे चुकी है बाबा को क्लीन चिट
इससे पहले पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने भी बाबा को क्लीन चिट दी थी।
SIT की 3,200 पेज की रिपोर्ट में 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है, लेकिन बाबा का नाम शामिल नहीं है।
6 सरकारी अधिकारियों को लापरवाह बताया गया है।
क्या हुआ था हादसे के दिन?
2 जुलाई 2023 को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी।
श्रद्धालु बाबा के चरणों की धूल लेने के लिए दौड़े, जिससे भारी भीड़ में दबकर 123 लोगों की मौत हो गई।
सरकार ने हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया था।