![दिल्ली चुनाव 2025: दिल्ली में तीन चुनावों के बाद इस बार क्यों कम हुई वोटिंग? वजह आई सामने 1 दिल्ली चुनाव 2025](https://i0.wp.com/www.aamaadmi.in/wp-content/uploads/2024/04/cgvoting.jpg?resize=640%2C380&ssl=1)
दिल्ली चुनाव 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत में लगातार दूसरी बार गिरावट देखने को मिली है। इस बार पिछले तीन चुनावों के मुकाबले सबसे कम मतदान हुआ है। राजनीतिक दल अब इस सियासी गणित को समझने में जुट गए हैं।
लेखक: रणबिजय कुमार सिंह
संशोधित द्वारा: मोनू कुमार झा
अद्यतित: Thu, 06 Feb 2025 05:35 PM (IST)
मुख्य बिंदु
- पिछले चुनावों में मुद्दे जैसे भ्रष्टाचार, लोकपाल, पानी व बिजली की समस्याओं ने मतदाताओं के बीच उत्साह बढ़ाया था।
- इस बार मतदाताओं का उत्साह कम रहा, जिसके चलते 29 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान 60% से भी कम रहा।
रणविजय सिंह, नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार मतदान प्रतिशत में गिरावट आई है, जो बताता है कि पिछले तीन चुनावों की तुलना में इस बार सबसे कम मतदान हुआ है। राजनीतिक हलकों में इस पर विभिन्न बातें की जा रही हैं।
पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में मतदाता एक मुद्दे पर गोलबंद दिखे थे, जैसे भ्रष्टाचार और लोकपाल के मुद्दे। इस बार, हालांकि, मतदाता किसी एक दल के मुद्दे पर एकजुट नहीं हुए, जिससे मतदान में कमी आई।
मामले का विश्लेषण:
पिछले तीन विधानसभा चुनावों में मुद्दों जैसे भ्रष्टाचार, लोकपाल, मुफ्त पानी, बिजली की कमी, मोहल्ला क्लीनिक, और महिला सुरक्षा पर मतदान बढ़ा था। लेकिन इस बार मतदाताओं का उत्साह फीका रहा, जिससे 29 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान 60% से कम हो गया।
पिछले आंकड़े:
- पिछले चुनावों में, 19 विधानसभा क्षेत्रों में 65% से अधिक मतदान हुआ था।
- इस बार केवल आठ विधानसभा क्षेत्रों में ही 65% से अधिक मतदान हो पाया।
यह देखा गया है कि यमुना पार और मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का स्तर पिछले चुनावों की तुलना में कम रहा। मतदाता अब किसी एक पार्टी के मुद्दे पर गोलबंद नहीं हो रहे हैं।
मतदान प्रतिशत के आंकड़े
चुनावी वर्ष | मतदान प्रतिशत |
---|---|
2025 | 60.45 |
2020 | 62.60 |
2015 | 67.47 |
2013 | 66.02 |
2008 | 57.60 |
2003 | 53.42 |
1998 | 48.99 |
1993 | 61.75 |