
रायपुर।आयकर विभाग ने मध्य भारत में अब तक की सबसे बड़ी कर चोरी का खुलासा करते हुए सत्यम बालाजी ग्रुप के कई ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर अन्वेषण विंग की टीम ने राइस मिलिंग और ऑटोमोबाइल ग्रुप के दो दर्जन से ज्यादा स्थानों पर यह कार्रवाई की, जिसमें 1000 करोड़ से अधिक के कच्चे लेनदेन के दस्तावेज जब्त किए गए।
छत्तीसगढ़ में पकड़ी गई कर चोरी
रायपुर, छत्तीसगढ़ में हुई इस छापेमारी में विभाग को मिली सूचना से भी अधिक कर चोरी का खुलासा हुआ। इस जांच में पिछले 6 वर्षों के आयकर रिटर्न और कंपनी के रिकॉर्ड की जांच की गई। साथ ही, ब्रोकरों और मिलरों के पास से नकली लेनदेन के दस्तावेज भी मिले। इस दौरान 10 करोड़ नगद और 3.5 करोड़ की ज्वेलरी भी जब्त की गई।
सत्यम ग्रुप का व्यवसाय
सत्यम बालाजी ग्रुप प्रमुख रूप से गैर-बासमती चावल का निर्यातक है। इस समूह का वार्षिक कारोबार 2000 करोड़ रुपये का है, जिसमें से 1600 करोड़ रुपये का कारोबार कच्चे लेनदेन में हुआ। इसका चावल अफ्रीकी देशों और वियतनाम को निर्यात होता है। सहयोगी कंपनी साईं हनुमंत इंडस्ट्रीज का कारोबार 1000 करोड़ रुपये का है।
फर्जी कंपनियां और काल्पनिक लेनदेन का खुलासा
जांच में पता चला कि दोनों समूहों ने कर चोरी के लिए फर्जी कंपनियां और काल्पनिक लेनदेन का जाल बिछाया था। आयकर अन्वेषण विंग की सूचना पर यह कार्रवाई की गई थी, जिसमें रायपुर, दुर्ग, भिलाई, गोंदिया, और काकीनाडा जैसे स्थानों पर छापे मारे गए।
लॉकर और डिजिटल डिवाइस जब्त
इस छापेमारी के दौरान 15 बैंक लॉकरों का पता चला, जिनमें से 14 लॉकर अभी भी सील हैं। साथ ही, लैपटॉप, स्मार्टफोन, आईफोन, और अन्य डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए हैं। इस पूरी कार्रवाई की निगरानी अतिरिक्त निदेशक तरुण कनौजिया के तहत की गई।
मारे गए छापे के प्रमुख ठिकाने
सत्यम बालाजी राइस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड
सत्यम बालाजी ऑटोमोटिव्स प्राइवेट लिमिटेड
सत्यम बालाजी एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड
सत्यम बालाजी एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड
साईं हनुमंत इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड
इस छापेमारी ने अब तक की सबसे बड़ी कर चोरी का पर्दाफाश किया है, और विभाग की कार्रवाई जारी है।